BrahMos supersonic cruise missile: भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लड़ाकू विमान से दागे जा सकने वाले प्रारूप का हाल हीं में सफल परीक्षण किया। इसे एक सुखोई एमकेआई-30 विमान की मदद से बंगाल की खाड़ी में दागा गया। चीन-भारत के सीमा विवाद के बीच वायु सेना के लिए इसे अहम उपलब्धि माना जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो सुखोई-30 विमान ने हवा में ही ईधन भरते हुए बंगाल की खाड़ी का सफर तय कर लिया। विमान ने सुबह लगभग 9 बजे उड़ान भरी थी और दोपहर लगभग 1.30 इसने अपने लक्ष्य पर मिसाइल दाग दी। इस उड़ान के दौरान युद्धक विमान ने 3,500 किलोमीटर की दूरी तय की है। इसकी खास बात ये है कि ये सुखोई एमकेआई-30 विमान ने करीब तीन घंटे की उड़ान के बाद यह मिसाइल दागी। मिसाइल दागे जाने के पहले ही आकाश में ही जंगी जहाज में ईंधन भरा गया। इस मिसाइल ने इस टेस्ट में पूरी सटीकता के साथ एक डूबते जहाज को अपना निशाना बनाया और परीक्षण में Desired नतीजा पाया। इस विमान ने करीब 3 घंटे की यात्रा की, जिसके बाद यह मिसाइल दागी गई। हाल हीं में यह ब्रह्मोस मिसाइल का इस तरह से दूसरा परीक्षण है। इससे पहले भी बंगाल के कलाइकुंडा एयरबेस से उड़ान भरकर अरब सागर में लक्षद्वीप के निकट अपने लक्ष्य को निशाना बना चुका है।बता दें भारतीय वायु सेना के पास एक स्पेशल स्क्वाड्रन भी है, जो समुद्री भूमिका में है। यह स्क्वाड्रन तंजावुर में तैनात किया गया है। ओड़िशा के बालासोर में अक्टूबर में 400 किलोमीटर से ज्यादा मारक क्षमता वाले ब्रह्मोस मिसाल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया। बता दें कि Indian AirForce अपने 40 से ज्यादा सुखोई फाइटर जेट्स पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों को फिट कर रही है।