2000 Rupee Currency Note: आरबीआई की ओर से शुक्रवार को 2000 के नोट को वापिस लेने को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया था। इस बयान के बाद से ही देश में एकबार फिर से नोटबंदी को लेकर चर्चा तेज है। हालांकि, इस बार जारी किए गए बयान में यह साफ स्पष्ट किया गया कि नोट को बंद नहीं किया गया, बल्कि इसे 30 सितंबर तक वापिस लिया जाएगा।
2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने के फैसले को लेकर जहां एकतरफ सत्तापक्ष के नेता इसका समर्थन कर रहे है। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केंद्रीय सरकार पर लगाए गए आरोपों के बाद अब इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे थूक के चाटने वाला फैसला बताया है।
इस फैसले पर अपनी बात रखते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "अब 2000 रुपए के नोट बंद क्यों किए गए हैं। इसमें गिनाएं क्या कारण है? वैसे तो आप ने 2019 से छापना बंद कर दिया, लेकिन आज 2023 है अब अचानक इसको बंद कर दिया। इसका कारण क्या है? मतलब यह है कि आप (केंद्र सरकार) अपने ही फैसले को सात साल बाद बदल रहे हैं। 2016 में इसे लागू किया अब 2023 से बंद कर दिया, मतलब यह 'थूक कर चाटने' जैसा है।"