Cow Hug Day:14 फरवरी को काउ हग डे मनाने का ऐलान कर चुका भारतीय पशु कल्याण बोर्ड फंस चुका है। सोशल मीडिया पर इस फैसले का जमकर मज़ाक उड़ाया जा रहा है। मीम्स की तो बाढ़ आ गई है जिसे देखते हुए बोर्ड ने ये फैसला वापस ले लिया है। हमारे देश में गाय का विशेष महत्व है, जिसे देखते हुए काउ हग डे मनाने का फैसला लिया गया था। बोर्ड ने अपील वापिस लेने का कोई कारण नहीं बताया है।
14 फरवरी को लगभग सारी दुनिया के देशों में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है। इसे प्यार का दिन भी कहते हैं। प्यार करने वाले जोड़ों के लिए ये दिन बेहद खास होता है। ये पश्चिमी कल्चर भारत में भी फैल रहा है। जिसकी वजह से इस दिन को काउ हग डे घोषित करने के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय पशु कल्याण बोर्ड का मज़ाक बनाया गया। कुछ लोगों ने इस पर नाराज़गी भी जाहिर की। जिसके बाद बोर्ड ने ये फैसला वापस ले लिया है।
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने 6 फरवरी एक नोटिस जारी किया था। जिसमें बोर्ड ने लोगों से 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने की अपील की थी। बोर्ड ने जारी अपील पत्र में लिखा था कि ‘‘हम सब जानते हैं कि गाय भारतीय संस्कृति, हमारी लाइफ और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है। हम गाय को मां की तरह व्यवहार के कारण कामधेनु और गौमाता कहते हैं। वेस्टर्न कल्चर और चकाचौंध के कारण वैदिक परंपराएं लगभग खत्म होने की कगार पर हैं। गाय के फायदों को देखते हुए, उसे गले लगाने से खुशी मिलेगी। भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और जीवन में पॉजिटिविटी आएगी।‘‘
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने 6 फरवरी को नोटिस जारी किया और 14 फरवरी को काउ हग डे मनाने का ऐलान किया तभी से सोशल मीडिया पर लोग मज़ाक उड़ाने लगे। मीम्स की तो मानों बाढ़ ही आ गई है। लोग गाय के साथ फोटो डाल कर मीम्स बनाने लगे और अलग अलग तरह की फोटो डालने लगे। इस सब पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपील को वापस लेने पर चुटकी लेते हुए पूछा कि ‘‘पहले किसने यह विचार किया था।‘‘