Assembly Elections 2022: चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को प्रचार के लिए दी छूट
उत्तर प्रदेश समेत देश के 5 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने है। देश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए 8 जनवरी को चुनाव आयोग ने इन सभी राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए चुनावी रैलियों आदि पर रोक लगाते हुए डिजिटल प्रचार करने का आवाहन किया था। चुनाव में राजनीतिक दलों के प्रचार के लिए डोर टू डोर प्रचार का तरीका सुझाया गया था।
राज्यों में चुनाव की तारीख नज़दीक आते आते चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए चुनाव प्रचार में थोड़ी ढील दी है,जिससे पार्टियों और उनके उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने में थोड़ी राहत मिलेगी।
Elections 2022: चुनाव आयोग ने प्रचार के लिए क्या किए बदलाव
•डोर टू डोर कैंपेन में अब 20 लोग शामिल हो सकते है। जिसमे Security टीम को नही गिना दिया जाएगा।
•चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार अब 1000 लोगों के साथ रैली कर सकते हैं. लेकिन इसमें एसडीएम से अनुमति लेनी होगी।
•11 फरवरी, 2022 तक किसी भी रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैलियों और जुलूसों पर रोक जारी रहेगी.
•इंडोर मीटिंग्स में शामिल होने वालों की संख्या 300 से बढ़ाकर 500 कर दी गई है. लेकिन ऐसे में ध्यान रखना होगा की हॉल की क्षमता के 50 फीसद लोग ही शामिल हों.
•सियासी दलों और उम्मीदवारों को कोरोना उचित व्यवहार और इससे जुड़े दिशा-निर्देशों के साथ ही प्रचार करने की अमनुमति रहेगी.
•इन बदलावों के अलावा 8 जनवरी 2022 को जारी गाइडलाइन के सभी निर्देश और प्रतिबंध लागू रहेंगे.