Gudi Padwa 2023: गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है। इसे वसंत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन से ही हिंदू नव वर्ष आरंभ होता है। इस वर्ष गुड़ी पड़वा 22 मार्च को मनाया जाएगा। यह मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में मनाया जाता है। इस दिन नई संपत्ति खरीदना शुभ माना जाता है। आइए आपको बताते हैं गुड़ी पड़वा का मुहूर्त, तिथि, पूजा विधि और महत्व।
क्या होता है गुड़ी पड़वा?
गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है। गुड़ी पड़वा के दिन झंडा, या गुड़ी, को घर के सामने फहराने की परंपरा है। इस दिन लोगों को भोजन और पानी बांटा जाता है। यह त्यौहार विशेष रुप से महाराष्ट्र में मनाया जाता है। इस दिन ध्वज को पीले रेशमी आभूषणों से सुसज्जित किया जाता है। घर में साफ सफाई करने के बाद सुंदर रंगो से रंगोली बनाई जाती है। सिंदूर और हल्दी से स्वास्तिक बनाते हैं। इस दिन से ही हिंदू नव वर्ष आरंभ होता है।
गुड़ी पड़वा का क्या महत्व होता है?
गुड़ी पड़वा में गुड़ी या झंडे को घर पर फहराने से घर से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। झंडे को घर पर फहराना शुभ संकेत होता है। इस पर्व को महाराष्ट्र के अलावा भारत के अन्य राज्यों में भी मनाया जाता है। इस त्यौहार को संवत्सर पड़वो, उगादि, उगादी चेती, नवरेह, नामों से भी जाना जाता है। इस दिन नई संपत्ति या घर खरीदना शुभ माना जाता है।
गुड़ी पड़वा का मुहूर्त
गुड़ी पड़वा पूजा मुहूर्त - प्रात: 06 बजकर 29 मिनट से प्रातः 07 बजकर 39 मिनट तक
गुड़ी पड़वा की तिथि
उदय तिथि के अनुसार 22 मार्च 2023 को गुड़ी पड़वा है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरंभ- 21 मार्च 2023, मंगलवार, रात्रि 10 बजकर 52 मिनट से
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि समाप्त- 22 मार्च 2023, बुधवार, रात्रि 08 बजकर 20 मिनट पर