Makar Sankranti 2023: जब भी नए साल की शुरुआत होती है, तो साल का पहला त्योहार मकर सक्रांति के रूप में मनाया जाता है। मकर सक्रांति का पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस साल यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर सक्रांति पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करते है। यही वजह है कि इस दिन भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। इस दिन की शुरुआत सूर्य को अर्घ्य देने से होती है।
हिंदू धर्म में मकर सक्रांति का एक विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन नदी में स्नान करना और दान करना काफी फलदायी भी माना जाता है। भारत के हर कोने में इस त्योहार को लेकर काफी धूमधाम और रौनक भी दिखाई देती है। वहीं, पूरे भारत में मनाए जाने वाला यह त्योहार देश के कई राज्यों में अलग-आग नामों से भी जाना जाता है।
भारत के राजस्थान और गुजरात राज्य में इस त्योहार को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। खासतौर पर गुजरात राज्य में इस त्योहार को लेकर सबसे ज्यादा चमक देखने को मिलती है। यहां दो दिन का पतंग उत्सव भी मनाया जाता है। इन दो राज्यों के अलावा पंजाब और हरियाणा में मकर संक्रांति को माघी भी कहते हैं। उत्तर पूर्वी क्षेत्र के राज्य असम में इसे बीहू के नाम से भी पुकारा जाता है। इसके साथ ही दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में इस पर्व को पोंगल के रूप में मनाते हैं।
मकर संक्रांति का पर्व भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। दरअसल, भारत से बाहर हिंदू प्रवासी भी इस त्योहार को पूरे विधि-विधान और भक्तिभाव से बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। मकर संक्रांति पर्व बेशक अलग-अलग नाम नामों से पुकारा जाता हो, लेकिन त्योहार के हर्षोल्लास में कोई कमी नहीं होती। भारत के अलावा नेपाल, थाईलैंड, कंबोडिया, म्यांमार और श्रीलंका जैसे देश में यह त्योहार मनाया जाता है।
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