World Economic Forum: लंदन की सेवा नेटवर्क कंपनी ईवाई ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि आजादी के 100वें वर्ष 2047 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 26 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी। साल 2028 में भारत 5 लाख करोड़ और 2036 में 10 लाख करोड़ के पड़ाव पर पहुंच जाएगा। वैश्विक आर्थिक संकट और कोरोना जैसी माहामारी से गुजरने के बावजूद दावोस में वैश्विक कंसल्टेंसी फर्म ईवाई की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। आपको बता दें कि यह रिपोर्ट विश्व आर्थिक मंच के मुख्य आयोजन के अलावा हुए अन्य कार्यक्रम में पेश की गई है। ईवाई के सीईओ कार्मिन डी सिबियो ने दावा किया कि भारत ने भारी क्षमताएं दर्शाई हैं, उसकी प्रगति पूरे विश्व मंच पर असर डालने लगी है।
ईवाई के रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक भारत जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ कर विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन चुका होगा। भारत में आर्थिक सुधार में तेज़ी आई है। ऊर्जा के स्रोत डिजिटल रूप में ढल रहे है। गैर-आईटी क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य ऐसे क्षेत्र है। जहां भारतीय प्रतिभाएं पूरे विश्व की जरूरतें पूरी करेंगी। फाइनेंशियल टाइम्स के मुख्य अर्थशास्त्र टिप्पणीकार मार्टिन वुल्फ फॉल ने विश्व आर्थिक मंच में दावा किया कि अगले दो दशक में भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनेगा। भारत में मजबूत मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी ने वित्तीय समावेशन बढ़ाने में मदद की है।