Bihar Politics News: देश में ईद आने वाली है और ऐसे में बिहार इस ईद पर खूब सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, बिहार में इन दिनों दावत-ए-इफ्तार चल रहा है। वहीं, इस बार की जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ (JDU Minority Cell) की ओर से गुरुवार को आयोजित हो रहे दावत-ए-इफ्तार में फिर से एक बार बड़ा राजनीतिक मिलन भी होगा।
जहां एकतरफ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी को तो कार्ड पर पक्का कर दिया गया है, तो अब महत्वपूर्ण यह है कि राबड़ी देवी (Ex CM Rabri Devi) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सहित राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह व अन्य नेताओं को दावत-ए-इफ्तार का आमंत्रण दिया गया है। ऐसे में सभी की नजरें अब इसी बात पर टिक गई हैं कि लालू का परिवार इस दावत-ए-इफ्तार में शामिल होगा।
वहीं, आपको बता दें कि जदयू की इफ्तार पार्टी हमेशा से ही हज भवन में होती रही है और ऐसे में इस बार भी जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की ओर से गुरुवार को पटना के हज भवन में ही इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है। इस बार की दावत-ए-इफ्तार का मेजबान मो. सलीम परवेज को बनाया गया है, जो कि जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने सभी दलों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया है।
दूसरी ओर, 22 अप्रैल की इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल होने से बिहार की राजनीति में उथल-पुथल मच गयी थी, नीतीश कुमार के इस इफ्तार में शामिल होने से राजनितिक बहस भी छिड़ गयी थी। हालांकि, नितीश ने अगले ही दिन इस बात पर लगाई गयी अटकलों को स्पष्ट करते हुए कहा था कि धार्मिक त्योहारों के इस मिलन को राजनीति से नही जोड़ना चाहिए। उन्होंने इस इफ्तार के पुराने समय से चलने की बात को कहते हुए इसे परम्परा का एक हिस्सा बताया था।