Maharashtra News: दुनिया में सबसे बड़ा योद्धा मां होती है और इस बात को सच कर दिखाया है, महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले की एक महिला ने, जो अपनी तीन साल की मासूम बच्ची को बचाने के लिए बिना अपनी जान की परवाह किये बिना ही एक तेंदुए से भिड़ गयी।
दरअसल, मिली जानकारी के मुताबिक, 10 मई की रात को एक तीन साल की मासूम बच्ची अपने घर के आंगन में बैठकर खाना खा रही थी। इसी बीच एक तेंदुआ दबे पांव वहां आ गया और उसने उस मासूम पर हमला कर दिया। यही नहीं, इस हमले के बाद वह तेंदुआ बच्ची को घसीटकर भी ले जाने लगा। ऐसे में जब तेंदुए द्वारा बच्ची को घसीटकर ले जाते हुए उस बच्ची की मां ने देखा, तो उनकी तो सांसें ही अटक गयी। इसके बावजूद भी उन्होंने बिना अपनी परवाह किये बिना पास पड़े डंडे को उठा लिया और तेंदुए के पीछे दौड़ लगा दी।
जिसके बाद काफी दूर तक भागने के बाद बच्ची की मां ने उस तेंदुए पर डंडे से वार करना शुरू कर दिया। वहीं, जब डंडे का एक वार तेंदुए के मुंह पर पड़ा तो उसने उस बच्ची को उधर ही छोड़ दिया, लेकिन तेंदुआ तभी भी नही रुका और उसने फिर से हमला करना चाहा तो बच्ची की मां ने उस पर लगातार डंडे से वार कर दिए, ज्सिके बादवह वहां से भाग गया। वहीं, इस दौरान बच्ची की मां ने अपने साहस का परिचय देते हुए उस तेंदुए के जबड़े से अपनी मासूम बच्ची को छुड़ा लिया। हालांकि, तेंदुए के इस हमले में वह बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी। जिसके बाद उसे तुरंत ही इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अब वह खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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दूसरी ओर बच्ची की मां ज्योति पुप्पलवार ने बातचीत के दौरान बताया, ''मेरी बेटी घर के आंगन में खाना खा रही थी और मैं नहाने गई थी। नहाकर जैसे ही मैं बाहर निकली तो देखा कि तेंदुए मेरी बेटी को घसीटते हुए ले जा रहा है। मैंने बिना कुछ सोचे समझे उस पर डंडे से हमला कर दिया। हमले के बाद तेंदुए ने बच्ची को छोड़ दिया। लेकिन वह फिर से हमला करने की फिराक में था। मैंने उस पर लगातार डंडे से वार किए तो वह वहां से भाग गया।''
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