Publish Date: 10 Jan, 2023
Author: Akhil Singhal
Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर्व आने वाला है, और ऐसे में अभी से ही इस पर्व को लेकर तैयारियां काफी जोरों शोरों से चल रही है। खासतौर पर बाजारों में एक अलग ही तरह की रौनक देखी जा रही है। इस त्योहार पर बनने वाले अलग-अलग तरह के व्यंजन इस पर्व की मिठास को और भी बढ़ा देते है, तो आसमानों में उड़ने वाली पतंगे नीले आसमान को अपने रंग में रंग देती है।
सूर्य भगवान की होती है पूजा
यह त्योहार जितना हर्षोल्लास और उमंग से मनाया जाता है। उससे कई ज्यादा इस त्योहार को भक्तिभाव और श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। इस दिन भगवान सूर्य की विशेष तौर पर पूजा की जाती है। मान्यता है कि मकर सक्रांति के दिन सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करते है। जिस वजह से मकर सक्रांति का पर्व हर साल मनाया जाता है। इस दिन के साथ ही ऋतुओं में भी बदलाव आने लगता है, यानी दिन बड़े होने लगते है।
इस साल तिथि को लेकर है काफी कन्फ्यूजन
वैसे तो मकर संक्रांति का पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस इस साल मकर संक्रांति का यह पर्व दो दिन अर्थात 14 और 15 जनवरी को मनाया जाना है। ऐसे में मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों के बीच काफी कंफ्यूजन भी बनी हुई है।
इस वजह से 15 तारीख को मनाया जाएगा यह पर्व
बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार, शनिवार 14 जनवरी को रात 08:21 पर सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में मकर सक्रांति की तिथि उसी समय से शुरू हो जाएगी। हालांकि, मकर सक्रांति पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा होती है। जिस वजह से मकर सक्रांति का पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा।
वहीं, मकर संक्रांति पर पुण्यकाल प्रातः 5 बजकर 43 मिनट से शाम 6 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। जबकि महा पुण्यकाल सुबह 5 बजकर 43 मिनट से 7 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। जिसकी अवधि 2 घंटे 12 मिनट की होगी। मान्यता है कि इस अवधि में दान और स्नान करना काफी फलदायी होता है।