समाजवादी पार्टी ने कांशीराम की मूर्ति स्थापना की है। इस पर बीएसपी प्रमुख मायावती भड़क गईं। इसके बाद दोनों पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज़ हो गई है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अभी हाल ही में कांशीराम की मूर्ति स्थापना की है, इस मूर्ति स्थापना के बाद उन्होंने कहा कि इस बार बहुजन समाज को भरोसा है कि समाजवादी उनके साथ है। अपने हक, सम्मान, अधिकार के लिए बहुजन समाज, समाजवादी पार्टी के साथ एकजुट हो रहा है। हम बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। हम बहुजन समाज में सेंध लगाने नहीं, बहुजन समाज को बांधने वाले है।
बीएसपी प्रमुख मायावती कांशीराम की मूर्ति स्थापना पर कहां चुप बैठने वाली थीं, उन्होंने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह हकीकत लोगों के सामने बराबर आती रही है कि सन 1993 में मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सपा-बसपा गठबंधन मिशनरी भावना के तहत बनाई थी, किन्तु श्री मुलायम सिंह यादव के गठबंधन का सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत पाक-साफ न होकर बसपा को बदनाम करने व दलित उत्पीड़न को जारी रखने की रही।