Rangbhari Ekadashi 2021: भोलेनाथ की नगरी काशी पूरी दुनिया में सबसे अलग है। यहां की सभी परंपराएं भी अलग और सबसे अनोखी हैं। वैसे तो पूरी दुनिया में श्मशान घाटों पर मातम छाई रहती है। लेकिन काशी के इस महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर मातम के साथ ही यहां के चिता के भस्म से होली खेली जाती है। ऐसा माना जाता है कि काशी के महाश्मशान घाट पर खेली जाने वाली मसाने की होली में बाबा विश्वनाथ दिगम्बर रूप में अपने भक्तों के साथ होली खेलते हैं।
रंगभरी एकादशी के अगले दिन ही 25 मार्च को काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर भोलेनाथ के भक्तों ने चिता के भस्म और अबीर- गुलाल के साथ अनोखी होली खेली। इस होली में दाह संस्कार के लिए भी आए लोग मातम को भूलकर मस्ती में डूबे दिखे। काशी के महाश्मशान पर होने वाली इस अनोखी होली से पहले बाबा मशाननाथ की एक विशेष प्रकार की पूजा और आरती की। उसके बाद पूरा श्मशान होली की मस्ती में डूब गया।