Republic Day 2023: की तरह इस साल भी गणतंत्र दिवस की तैयारी शुरु हो गई है। दिल्ली में इस बार भी भारतीय सेना का शक्ति प्रदर्शन होगा और सारी दुनिया को भारतीय ताकत के बारे में पता चलेगा। इसके अलावा भारत के सभी राज्यों की संस्कृति की झांकियां यहां देखने को मिलेंगी। दिल्ली में इस दिन का दृश्य बहुत रोचक होता है।
इस दिन ज़मीन से लेकर आसमान तक पूरा भारत तीन रंगों में रंगा हुआ रहता है। 26 जनवरी को संविधान लागू हुआ था ये बात तो सभी को पता है लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी का ही दिन क्यों चुना गया?
भारतीय संविधान को बनने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था और यह 26 नवंबर 1949 के दिन देश को समर्पित कर दिया गया। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जिस दिन संविधान संपूर्ण हुआ उसके ठीक 2 महीने बाद ही संविधान को क्यों लागू किया गया। भारत की आज़ादी से पहले 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत की पूरी तरह आज़ादी की घोषणा की थी। इस दिन पहली बार भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था।
सन् 1929 को पंडित जवाहरलाल नेहरु की अध्यक्षता में इंडियन नेशनल कांग्रेस के जरिये एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें आम सहमति के साथ ऐलान किया गया कि, अंग्रेज़ सरकार भारत को 26 जनवरी 1930 तक डोमिनियन स्टेटस का दर्जा दे। इंडियन नेशनल कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज्य घोषित करने की मांग रखी और भारत की पूरी तरह से आज़ादी की घोषणा की।
15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिलने तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता था। भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई में 26 जनवरी की तारीख का बहुत महत्व है इसी महत्व को देखते हुए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया और इस दिन को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।