RS 2000 Note Exchange : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 19 मई को 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला लिया है। 23 से लेकर 30 सितंबर तक 2000 के नोट बैंकों में बदले जा सकते है। इसी बीच पीएम मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा का एक बयान सामने आया है जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है। नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी कभी भी 2000 रुपये के नोट को जारी करने के पक्ष में नहीं थे। लेकिन जब उन्हें बताया गया कि 2000 के नोट कुछ समय के लिए लाए जा रहे हैं, तो फिर उन्होंने इसकी अनुमति दे दी थी। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी को पता था कि 2000 रुपये के नोट से लेन-देन की बजाय जमाखोरी होगा। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये video…