Shani Dosh Nivaran Upay: हर वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर कर्मफलदाता भगवान शनि की जयंती मनाई जाती है। इस साल 19 मई 2023 को शनि जयंती सारे देश में मनाई जाएगी। शनि देव को दंडाधिकारी कहा जाता है। शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा करने से सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं और सुख-समृद्धि का आपके घर में वास होता है। शनि जयंती के अवसर पर आइए जानते है कि शुभ शनि के लक्षण क्या होते हैं।

शुभ शनि के लक्षण

यदि मनुष्य के जीवन में शनि देव की कृपा बरसती है तो इसे शुभ शनि के लक्षण कहते हैं। जिस मनुष्य पर शनि देव की कृपा होती है वह आर्थिक रूप से प्रबल होता है।  समाज में उसका मान-सम्मान होता है। ऊंचा पद प्राप्त होता है। हर क्षेत्र में प्रगति मिलती है। वह व्यक्ति न्यायप्रिय होता है और समाज में कल्याण करता है। ऐसे व्यक्ति के ऊपर कैसी भी विपदा आए वह उस विपदा से बच जाता है।

शनि को तुरंत खुश करने के उपाय

यदि आप भी अपने जीवन में शनि देव की कृपा चाहते हैं तो उनको खुश करने के लिए कुछ उपाय अवश्य करें इससे शनि देव की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।

  • इसके लिए भगवान शिव की पूजा और हनुमान जी की पूजा नियमित रुप से करें।
  • इनके अलावा गरीबों और जरुरतमंदों की मदद करें दान पुण्य का कार्य करें। 
  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काले चने, काले तिल, उड़द दाल, जूते चप्पल और कपड़े दान करें।
  • शनि देव की कृपा पाने और उन्हें तुरंत खुश करने के लिए कुत्तों की सेवा करें। उन्हें खाना खिलाएं और उनकी देखभाल करें।

शनि दोष के निवारण

शनि दोष के निवारण के लिए दान करें भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करना चाहिए। इसके अलावा आप शनि देव के मंत्रों और उनकी पूजा से भी शनि दोष के निवारण कर सकते हैं। 

शनि दोष निवारण मंत्र

ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।

उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।

शनि महामंत्र

ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।

छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥

सेहत के लिए शनि मंत्र

ध्वजिनी धामिनी चौव कंकाली कलहप्रिहा।

कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।

शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।

दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।

शनि गायत्री मंत्र

ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।