चुनाव आयोग ने शिंदे समूह को शिवसेना का नाम और तीर धनुष का निशान देने का फैसला सुनाया है। आज शिंदे समूह के लोग शिवसेना पार्टी के कार्यलय में घूस गए और उस पर कब्ज़ा जमा लिया। उद्धव ठाकरे को इससे बहुत बड़ा झटका लगा है। पहले ये निशान और कार्यालय ठाकरे समूह के पास था। इस कार्यालय से सारे बैनर और बार्ड को हटा दिया गया है।
शिवसेना का कार्यालय और निशान शिंदे गुट के पास आने के बाद भरत गोगावले ने कहा कि ‘‘हमने विधानसभा में शिवसेना पार्टी के कार्यालय पर कब्जा नहीं किया है, लेकिन इसमें प्रवेश किया है। हमने सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। यह शिवसेना पार्टी का कार्यालय है और हम शिवसेना के विधायक हैं। हमने पृष्ठभूमि में तैयारी की है। हमने कार्यालय संभालने के लिए सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली है।