टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने संसद में असंसदीय भाषा का प्रयोग किया जिसके बाद बीजेपी सांसदों ने संसद में हंगामा किया | इसके बाद से ही सांसद विवादों में घिर गयी है | माफ़ी मांगने को लेकर उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया है | उन्होंने ये भी कहा कि “जो मैंने कहा वो गाली नहीं है |”
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी सफाई देते हुए कहा "इसमें गाली क्या है? हराम शब्द का अर्थ कुछ पापपूर्ण या जो वर्जित है | अरबी शब्दों की मेरी समझ में, मैंने जो कहा उसका शाब्दिक अनुवाद पापी है. अब अगर कोई इसे कुछ और मानता है, तो यह मेरी समस्या नहीं है |" उन्होंने आगे कहा कि “पहले जब मैं बोल रही थी तो इस व्यक्ति (बीजेपी सांसद) ने मुझे लगातार टोका | जब मेरा भाषण खत्म हो गया और राम नायडू बोल रहे थे, तब भी वे चुप नहीं हुए | इसलिए मैंने उन्हें उस संबोधन से पुकारा, क्योंकि वह जो कर रहे थे, वह वर्जित था |
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा “उस शब्द का मतलब पापी होता है | मैं हिंदी भाषी नहीं हूं | अगर कोई हिंदी में इस शब्द का अर्थ कुछ और समझता है, तो ये मेरी समस्या नहीं है |