Union Budget 2023: जाने क्या महंगा और क्या हुआ सस्ता, मिडिल क्लास के लिए कैसा है बजट

Publish Date: 01 Feb, 2023 |
 

Union Budget 2023: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2023-24  का आम बजट संसद में पेश किया। इस बजट में कई बड़े ऐलान किये गए। यह बजट विशेष रूप से किसान, महिला, विद्यार्थी, आदिवासी, सीनियर सिटीजन को लेकर तैयार किया गया।

आम जनता की जेब पर पड़ेगा असर 

इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और इनकम टैक्स जैसे क्षेत्रों को लेकर भी बड़े ऐलान हुए है। वहीं, इनकम टैक्स में मिलने वाली छूट में हुई बढ़ोतरी की वजह से सैलरीड क्लास के लोगों को काफी राहत मिली होगी। जिसकी वजह यह है कि इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा।

जानें क्या हुआ सस्ता तो क्या हुआ महंगा (Kya hua Mehnga or kya hua Sasta)

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट को पढ़ते हुए कई चीजों की जानकारी दी। इसके साथ ही इस बजट में कुछ चीजें महंगी हो गई है, तो कई चीजों के दाम सस्ते हो गए है। 

ये हुआ सस्‍ता 

  • इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए लिथियम आयन बैटरी के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी गई है। इससे इलेक्ट्रिक कार सस्ती होगी। 
  • इलेक्ट्रिकल सामान के दाम में भी कम होंगे। 
  • टेलीविजन के ओपन सेल के कलपुर्जों पर सीमा शुल्क घटाकर 2.5 प्रतिशत किया गया है। जिससे टीवी के दामों में भी कटौती होगी। 
  • कस्टम ड्यूटी कम होने की वजह से मोबाइल पार्ट्स के रेट में भी कमी आएगी।  
  • लैब-निर्मित हीरे के सीड्स पर कस्टम ड्यूटी में छूट। 
  • रबर में भी ड्यूटी कम की गई है।
  • खिलौने सस्ते होंगे। 
  • साइकिल के दाम भी कम होंगे। 
  • ऑटोमोबाइल सस्ते होंगे। 
  • देशी किचन चिमनी सस्ती होगी। 

ये हुआ महंगा 

  • चांदी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। जिससे चांदी-सोना चांदी और हीरा महंगा होगा। 
  • सिगरेट की कीमत बढ़ेगी। 
  • विदेशी किचन चिमनी महंगी होगी। 
  • विदेशी खिलौने महंगे होंगे। 
  • कपड़ा 
  • तांबा 

 

बजट में दिया गया इस बात का जोर 

इस बार के बजट पर गौर करें, तो एक बात बहुत ही अहम देखने को मिलती है। इस बजट में केंद्र सरकार ने खास तौर से इलेक्ट्रिक चीजों को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। सरकार ने जिस तरह से लिथियम आयन बैटरी के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी है। यह दर्शाता है कि सरकार इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को ज्यादा बढ़ावा देना चाहती है।

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती खपत के बीच सरकार की यह सोच न केवल आयात के बोझ को कम करने को लेकर दर्शाती है, बल्कि पर्यावरण की नजरिये से भी काफी बेहतर दिखाई पड़ती है। दूसरी तरफ देसी खिलौने और रसोई चिमनी के दाम में कमी करके विदेशी खिलौने और विदेशी रसोई चिमनी को महंगा करना आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी उत्पादों की तरफ रुख बदलाव होना बताता है। 

 

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