UP Assembly Election 2022: UP Ghaziabad के दवा व्यापारी क्यों हैं नाराज?
गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र के नए बस्ती इलाके में दवा व्यापरियों की नाराजगी जायज है।लगभग छह दशक से दवा का व्यापार कर रहे, दुकानदारों ने सरकार के रवैये को लेकर अपनी नाखुशी जाहिर की है।उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार ने 2017 से 2022 तक का कार्यकाल पूरा किया। गाजियाबाद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अतुल गर्ग और लोकसभा सांसद विजय कुमार सिंह है।
Public Reactions: नए बस्ती में दशकों से जीविकोपार्जन कर रहे, व्यापरियों के लिए सबसे बड़ी दिक्कत शौचालय की है।लोगों का मानना है कि जो सरकार, स्वच्छ भारत के अंतर्गत, लाखों, करोड़ों शौचालय बनवा रहीं।वही, गाजियाबाद का यह क्षेत्र, अभी इससे वंचित है।ऐसे में, पूरे बाजार में गंदगी फैलती है और गंध सा माहौल हो जाता है।राजीव त्यागी (व्यापारी) का मानना है कि ऑनलाइन दवाओं की बिक्री से, जिसे टाटा, अम्बानी बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं।इससे छोटे व्यापरियों का बहुत नुकसान हो रहा।
Tax Hike On Drugs in Ghaziabad: अमित बंसल (व्यापारी) का कहना है कि पिछले साल की तुलना में सरकार ने दवाओं की जीएसटी को भी 5 फीसद से बढ़ाकर 12 से 18 फीसद तक कर दिया है।ऐसे में न सिर्फ मरीजों को कड़ी मशक्कत करनी पड रहीं बल्कि दवाओं के महंगे होने से, व्यापार में भी दिक्कत हो रहा।व्यापरियों का सलाह है कि जीवन बचाने वाली दवाओं पर निशुल्क टैक्स होना चाहिए या अधिकतम 5 फीसद ही।
UP Government's Facilities: अजय बंसल (व्यापारी) ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री शिकायत कोष में शिकायत करने के बाद सुनवायी होती थी, लेकिन अब कोई सुनवायी नहीं होती होती।इसके साथ ही एक्स्प्रेस वे पर, पहले कोई दिक्कत होने पर डायल 100, 10 से मिनट में आ जाती थी।लेकिन अब बीस किलोमीटर तक यात्रा करने पर भी कोई सुविधा नहीं मिलती।व्यापरियों का कहना है कि सरकार को बाकायदा टोल टैक्स दिया जा रहा, बावजूद इसके अगर कोई सुविधा ना मिले तो दिक्कत होती है।