Mayawati vs Akhilesh Yadav: UP में विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब अचानक से BSP सुप्रीमो मायावती एक्शन में आ गई हैं। गुरुवार को अखिलेश यादव के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली मायावती शुक्रवार सुबह फिर से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पर हमलावर नज़र आई। मायावती ने सुबह-सुबह तीन ट्वीट कर अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को बड़ी चुनौती दे दी।
दरअसल, अखिलेश यादव का मायावती को पीएम बनाने वाले बयान पर मायावती ने ट्वीट किया। मायावती ने कहा कि वह खुद के सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि मुस्लिम-यादव समाज का पूरा वोट लेकर भी उनका सपना अधूरा रहा। सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं।
1. सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं? 1/3
मायावती यही नहीं रुकी बल्कि, उन्होंने एक ट्वीट ओर करते हुए अखिलेश यादव पर निशाना साधा। इस ट्वीट में मायावती ने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के सहयोग से जो समाजवादी पार्टी सिर्फ पांच पांच लोकसभा सीटें ही जीत सके थे, वो हमको पीएम क्या बनाएंगे। मायावती ने ट्वीट में यह भी लिखा कि अखिलेश यादव बचकाने बयान न दें।
2. इसके साथ ही, जो पिछले हुये लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबन्धन करके भी, यहाँ खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बी.एस.पी. की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बन्द करना चाहिये। 2/3
मायावती ने तीसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं। मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूं। अत: अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है।
3. साथ ही, मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूँ। अतः अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है। 3/3
बता दें कि विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मायावती अब सख्त एक्शन में आ गयी है। दरअसल, पार्टी पिछले कई चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करना तो दूर की बात, खाता तक नही खोल पा रही है, जिसके चलते आने वाले समय में पार्टी, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा न खो दे, इसलिए मायावती ने एकबार फिर से पार्टी में बदलाव करना शुरू कर दिय है। अभी कुछ ही दिन पहले, बसपा में से काफी नेताओं की छंटनी की गयी थी और तीन कोऑर्डिनेटर भी बनाए गये है।
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