Viral News : कोरोना का कहर अभी कम नहीं हुआ है और अब कोरोना के नए वेरिएंट Omicron ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना काल के दौरान लाखों लोगों की नौकरी गई थी। ऐसे में अमेरिका ने कोरोना राहत के नाम पर खूब लोन दिया था। अब खबर आई है कि एक शख्स ने कोरोना राहत के नाम पर लोन लेकर खूब अय्याशी की लेकिन अब उसकी अय्याशी का अंत जेल में हुआ है। शख्स ने लोन के पैसे से लेम्बोर्गिनी खरीद ली। अब इस शख्स को 9 साल की सजा सुनाई गई है।
दरअसल, यह मामला अमेरिका के टेक्सास का है। जिस शख्स की हम बात कर रहे हैं उसका नाम ली प्राइस III है। इसकी उम्र 30 साल है। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि ली प्राइस III ने कोरोना राहत के नाम पर लोन लेकर अय्याशी की। शख्स ने धोखे से 12 करोड़ रुपये का कोरोनो राहत लोन लिया था और उस पैसे से लेम्बोर्गिनी खरीद ली।
ली प्राइस को धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में 110 महीने की सजा सुनाई गई है। बता दें कि ली प्राइस III सितंबर महीने में दोषी पाया गया था। शख्स ने पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम के तहत लोन लिया था। पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम के तहत 2 ट्रिलियन डॉलर से अधिक CARES अधिनियम का हिस्सा था। कोरोना महामारी के दौरान श्रमिकों और व्यवसायों को राहत देने के उद्देश्य से लोन दिया गया था लेकिन इसमें बड़े सत्र पर धोखाधड़ी की गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, कम से कम 120 लोगों पर इसमें धोखाधड़ी का आरोप लगा है।