आंध्र प्रदेश की राजधानी विशाखापट्टनम होगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी इस बात का ऐलान कर चुके है। हैदराबाद को कई समय से आंध्र प्रदेश की राजधानी होने का गौरव प्राप्त था। अब हैदराबाद तेलंगाना को सौंपे जाने का निर्णय हुआ इसी के साथ हैदराबाद अब दो राज्यों की नहीं बल्कि एक ही राज्य की राजधानी रहेगी। 

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनो राज्यों की राजधानी थी हैदराबाद

2014 में तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग किया गया, और दोनों राज्यों को अलग करने के बाद इस बात का फैसला किया गया कि 10 साल के लिए दोनों राज्यों की साझा राजधानी हैदराबाद होगी अब यह समयावधि पूरी होने से पहले आंध्र प्रदेश को 2024 से पहले अपनी राजधानी घोषित करनी थी। आंध्र प्रदेश के लिए एक नई राजधानी की घोषणा नौ साल बाद हुई है आपको बता दें कि इससे पहले 23 अप्रैल 2015 को चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा सरकार ने अमरावती को आंध्र प्रदेश की अगली राजधानी घोषित किया था लेकिन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापट्टनम को चुना है। 

मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश की नई राजधानी की घोषणा की 

मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम कहा, ‘मैं आपको विशाखापट्टनम में आमंत्रित करता हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है | मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापट्टनम में शिफ्ट हो जाऊंगा |’ सी एम  जगन मोहन रेड्डी ने आगे कहा कि, हम एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं | यह 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में आयोजित होने जा रहा है | मैं इस अवसर पर आप सभी को व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में आमंत्रित कर रहा हूं | आप सभी से अनुरोध है कि आप ना केवल यहां आए |