Antilia Case: मुंबई के Ecx-CP परमबीर सिंह की लिखी चिट्ठी को लेकर महाराष्ट्र में घमासान जारी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज प्रेस क्रांफेस की है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार Sharad Pawar की ओर से राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख Anil Deshmukh को लेकर किए गए सभी दावे झूठे हैं। देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि अनिल देशमुख होम क्वॉरंटीन में नहीं थे। शरद पवार ने गलत जानकार दी है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, “शरद पवार को गलत जानकारी दी गई, अब सारे दस्तावेज सामने हैं। इससे साफ पता चल रहा है कि अनिल देशमुख गलत जानकारी दे रहे हैं। इस बात को लेकर 17 और 24 की उनकी ट्रेवल डिटेल आ गई है।” उन्होंने आगे कहा कि, “दलालों के एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। ये टैपिंग ACS, HOME की मंजूरी के बाद की गई थी। सुबोध जायसवाल ने ये रिपोर्ट सीएम उद्धव ठाकरे को दी। ठाकरे ने इसपर चिंता जताई और इस रिपोर्ट को गृह मंत्री अनिल देशमुख को भेज दिया। लेकिन गृहमंत्री ने इस पर कोई कार्रवाई न करके उल्टे रश्मि शुक्ला को साइड पोस्टिंग पर भेज दिया।”
बता दें कि मुंबई के पुलिस आयुक्त पद से हटाए गए परमबीर सिंह ने सीएम को लिखे एक पत्र में कई बड़े खुलासे किए हैं। परमबीर सिंह ने लेटर में दावा किया कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों से हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली करवाना चाहते थे। उनके इस पत्र के बाद महाराष्ट्र सरकार पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
परमबीर सिंह ने पत्र में दावा किया है कि अनिल देशमुख हर महीने 100 करोड़ रुपये थे। सचिन वझे को भी अनिल देशमुख ने ही आदेश दिया था। बता दें कि परमबीर सिंह का 17 मार्च को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला किया गया है। उन्हें महानिदेशक होमगार्ड्स बना दिया गया था। परमबीर सिंह ने अपने पत्र लिखा है कि, “सचिन वझे को अनिल देशमुख ने वसूली करने को कहा था। सचिन वझे ने खुद मुझे इस बारे में बताया था। देशमुख ने वझे से ये कहा था कि मुंबई में 1750 बार और रेस्टारेंट हैं। हर एक से दो-तीन लाख रुपये महीना वसूला जाए तो 50 करोड़ बन जाते हैं बाकि रकम अन्य जगह यानी सोर्स से वसूली जा सकती है।” इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये Video….