Delhi Farmers Protest: गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने अब एक्शन लिया है। किसानों की ट्रैक्टर परेड दौरान हुई हिंसा पर पुलिस ने अलग-अलग थानों में 22 FIR दर्ज की हैं। तोड़फोड़ और पुलिसकर्मी की पिस्टल लूट जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस हिंसा में लगभग 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं अब इस पूरे मामले पर बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है। उन्होंने इस पूरी घटना की निंदा की है।
राकेश टिकैत ने कहा कि जिन लोगों ने अवरोधकों तोड़े है उन्हें आज ही किसान आंदोलन छोड़ना होगा। जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था? पुलिस इस मामले की जांच करें और उसके खिलाफ एक्शन ले। उन्होंने आगे कहा कि मैं इस तरह की गतिविधि का समर्थन नहीं करता. हम ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हिंसा केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामी है। किसानों को प्लान बनाकर चक्रव्यूह में फंसाया गया है। कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी रहेगा।
इस हिंसक घटना के दौरान मौजूद किसानों में शामिल पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने पूरे मामले पर फेसबुक पर सफाई दी है। दीप सिद्धू ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने लालकिले से राष्ट्रीय झंडे को नहीं हटाया है। दीप सिद्धू ने फेसबुक पर एक पोस्ट किए वीडियो में कहा है कि उन्हें कोई सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा की विरोधी कर रहे हैं। सिद्धू ने कहा, ''नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक रूप से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने निशान साहिब और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया।''
दिल्ली में सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई है। इस हिंसा के दौरान एक किसान की भी मौत हुई है। सुरक्षा के मद्देनजर लाल किला मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद किया गया है। इसके अलावा जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार भी बंद हैं। दिल्ली मेट्रो से मिली जानकारी के अनुसार, बाकी सभी सभी स्टेशन खुले हुए हैं। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये video…