Farmers Protest Day 43: नए कृषि कानून के खिलाफ किसान पिछले 43 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड और तेज बारिश के बीच भी किसानों के के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते हैं वो दिल्ली की सीमा से हटने वाले नहीं है। वहीं कल सुप्रीम कोर्ट में नए कृषि कानून के खिलाफ लगाई गई याचिका पर सुनवाई को 11 जनवरी तक के लिए टाल दिया गया था। सीजेआई ने कहा था कि हम किसानों की हालत समझते हैं। सभी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करेंगे।
ऐसे में आज (07 जनवरी) लगभग 40 किसान संगठन दिल्ली के आसपास के इलाकों में एक बड़ी ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं। वैसे तो 26 जनवरी को किसानों ने इससे भी बड़ा मार्च निकालने को कहा है। किसान आज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ट्रैक्टर मार्च करने वाले हैं। उन्होंने अपना रूट तय कर लिया है, जिसकी वजह से कई रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है।
किसान KMP हाईवे और पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं। यह ट्रैक्टर रैली सिंघू, टिकरी, गाज़ीपुर और शाहजहांपुर से निकाला जाएगा। किसानों ने कहा है कि ये 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाले ट्रैक्टर मार्च का यह एक छोटा सा अभ्यास है। किसानों ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि उनकी मांगें अगर नहीं पूरी की गई तो किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ऐसे ही ट्रैक्टर मार्च करेंगे।
सोनीपत, ग़ाज़ियाबाद, नोएडा प्रशासन ने ट्रैक्टर रैली को देखते हुए कई इंतज़ाम किए हैं। कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने जानकारी दी है कि दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक बील अकबरपुर और सिरसा से पलवल की ओर जाने वाली गाड़ियों को एक्सप्रेसवे से जाने की अनुमति नहीं होगा।
सिरसा और बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ से आ रही गाड़ियों को दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक एक्सप्रेसवे पर एंट्री नहीं दी जाएगी।
आपको बता दें कि यह ट्रैक्टर रैली संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से निकाला जा रहा है। इसके तहत 40 किसान संगठन हैं। यह मार्च गाज़ियाबाद से शुरू होगा और हरियाणा के पलवल तक जारी रहेगा। इसके बाद यह रैली इसी रूट से वापस लौटेगी।