Farmers Protest: नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसान पिछले 84 दिनों से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर सिंघु, टिकरी और गाजीपुर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार कानूनों को वापस नहीं लेती है किसान दिल्ली की सीमा खाली नहीं करने वाले हैं।
किसानों ने अब आंदोलन का रुख दूसरे राज्यों की तरफ मोड़ दिया है। आने वाले दिनों में बंगाल, गुजरात और महाराष्ट्र में भी महापंचायत होने वाली है। किसान संगठनों ने ये फैसला किया है। रोहतक जिले के सांपला में किसान नेता राकेश टिकैत ने इस बात का ऐलान किया।
राकेश टिकैत ने कहा कि 'हम पूरे देश का दौरा करेंगे, हम पश्चिम बंगाल भी जाएंगे। पश्चिम बंगाल में भी किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्हें अपनी फसलों के लिए अच्छी कीमतें नहीं मिल रही हैं।' उन्होंने आगे कहा कि, 'हम देश भर में पंचायतों का आयोजन करेंगे। हम गुजरात, महाराष्ट्र, अन्य स्थानों पर जाएंगे... हम पश्चिम बंगाल जाएंगे और वहां भी एक बड़ी सभा करेंगे। पश्चिम बंगाल के किसान राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र के साथ कुछ समस्याओं का सामना कर रहा है। हम वहां भी एक पंचायत आयोजित करेंगे।'
वहीं किसानों से जब पूछा गया कि उनका प्रदर्शन अब कमज़ोर पड़ रहा है, तो इसपर किसानों ने कहा है कि ये आंदोलन लंबा चलने वाला है। बॉर्डर से किसानों की संख्या को कम करना, उनकी नई रणनीति है, जो कि आंदोलन को और भी विस्तारपूर्वक करने के लिए बनाई गई है। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये video…