Haryana: हरियाणा में करनाल जिले के कैमला गांव में किसानों और पुलिसवालों के बीच जमकर झड़प हुई। इस विवाद के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी का फव्वारा छोड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे। दोनों पक्षों के विवाद के बाद सीएम मनोहरलाल खट्टर ने अपनी रैली को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि “हमारे देश में एक मजबूत लोकतंत्र है, जहां हर किसी के पास अभिव्यक्ति की आजादी है। आरोप लगाने वाले किसानों और उनके नेताओं को हमने कभी भी प्रदर्शन करने से नहीं रोका। उनका आंदोलन जारी है। बल्कि कोरोना के चलते हमने उनके लिए व्यवस्थाएं कीं।” उन्होंने आगे कहा कि "आज की घटना ने लोगों को उससे भी बड़ा मैसेज दे दिया है, जो मैं देने जा रहा था। इन लोगों ने किसानों को नीचा दिखाने का काम किया है, क्योंकि देश के किसानों का व्यवहार ये नहीं हो सकता है। एक किसान कम पढ़ा-लिखा हो सकता है, लेकिन वो सेंसिबल होता है। ये लोग एक्सपोज हो चुके हैं। मुझे लगता है कि कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियों का इन आंदोलनों के पीछे एक अहम रोल है।"
CM खट्टर की इन बातों को लेकर कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने पलटवार किया उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आदरणीय मनोहर लाल जी, करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत का ढोंग बंद कीजिए। अन्नदाताओं की संवेदनाओं और भावनाओं से खिलवाड़ करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश बंद करिए। संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए।”