भारत इस समय दो बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है। एक तरफ देश में कोरोना महामारी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है तो वहीं दूसरी तरफ चीन की सेनाएं हर तरफ से घात लगाए बैठी हैं। लेकिन इस दौहरी दोहरी चुनौतियों का सामना करने के लिए भारतीय नौसेना पूरी तरफ से तैयार है। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने आज कहा कि, “चीनी जहाजों द्वारा किसी भी उल्लंघन के मामले में स्थिति से निपटने के लिए नौसेना एक एसओपी के साथ तैयार है। उनहोंने ने दावा किया कि नौसेना कोरोना और चीन दोनों ही चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार है।” उन्होंने आगे बताया कि, लीज पर लिए गए 2 प्रीडेटर ड्रोन हमारी निगरानी क्षमता में अंतर को पूरा करने में हमारी मदद कर रहे हैं। इसकी वजह से हमारी निगरानी क्षमता बढ़कर 24 घंटे हो गई है। अगर सेना और वायुसेना को पूर्वोत्तर मके लिए ड्रोन की आवश्यकता महसूस होती है, तो हम इस पर विचार कर सकते हैं। मने थल सेना और भारतीय वायु सेना की आवश्यकता के हिसाब से विभिन्न स्थानों पर पी-8 आई विमान तैनात किए हैं।
नौसेना प्रमुख ने आगे बताया कि सेना और आईएएफ की आवश्यकता के अनुसार पी -8 आई विमान और निगरानी ड्रोन विभिन्न सीमाओं पर तैनात किए गए हैं। चीन की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। वहीं देश में कोरोना के मामलों की बात करें तो, देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। देश में कोरोना के मामले 94 लाख के पार पहुंच चुके पिछले 24 घंटे में कोरोना 36,604 नए मामले सामने आए हैं जबकि 43,062 मरीज ठीक हो गए और 501 लोगों की मौत हुई है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,37,621 हो गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, देशभर में कोरोना के लिए 1 दिसंबर तक 14,24,45,949 करोड़ टेस्ट किए गए। जिनमें से एक दिन में 10,96,651 नमूनों की जांच की गई। देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 94,99,414 हो गए हैं, जिनमें 4,28,644 लोगों का उपचार चल रहा है। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये video…