UP Budget Session 2021: उत्तर प्रदेश विधान मंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। योगी सरकार अपने कार्यकाल का अंतिम बजट प्रस्तुत करेगी। बजट सत्र शुरू होने से पहले यूपी विधानसभा के सामने समाजवादी पार्टी के विधायक तथा विधान परिषद सदस्यों ने विधानसभा के सामने ट्रैक्टर किया। समाजवादी पार्टी के नेता नए कृषि कानूनों और तेजी से बढ़ रही महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने सपा नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
बजट सत्र शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। सदम में समाजवादी पार्टी के विधायकों ने नारेबाजी की। सपा नेताओं की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होने केंद्र और यूपी सरकार यूपी सरकार किसानों के प्रतीक से डरी हुई है। अखिलेश यादव ने Tweet किया कि, "चाहे केंद्र की ‘कील ठोको’ भाजपा सरकार हो या उप्र की ‘ठोको’ भाजपा सरकार, ये किसान आंदोलन के साथ खड़े जन-समर्थन से डरकर किसानों के प्रतीक तक से भयभीत हैं, इसीलिए उप्र विधानसभा सत्र में ‘ट्रैक्टर’ से विधानसभा जा रहे सपा के विधायक-कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी की गयी है... निंदनीय!"
दरअसल, समाजवादी नेताओं ने हाथों में गन्ने लेकर ट्रैक्टर से आए और विधानभवन के अंदर जाने की कोशिश करने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने विधानभवन के गेट बंद कर दिए। इसके बाद नेता गेट पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। समाजवादी नेताओं का आरोप है कि सरकार ने विपक्ष के सवालों से बचने के लिए विधानभवन का गेट बंद करा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है।
ट्रैक्टर परिसर के अंदर ले जाने से रोके जाने के बाद कई नेताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने इस दौरान कहा कि, विधानमंडल के बजट सत्र में समाजवादी पार्टी किसान आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगी। दिल्ली से सटी प्रदेश की सीमा पर किसानों के आंदोलन को 80 दिन से ज्यादा हो गए हैं। बॉर्डर पर कटीलें तारों, कीलों व बड़े-बड़े पत्थरों से ऐसी बैरिकेडिंग की गई हैं मानों दुश्मन से लोहा लेने की तैयारी हो। सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रख दिया है। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये Video….