West Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे लेकर राजनीति अभी से शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने सामने हैं। दोनों ही पार्टी के नेता को दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुछ दिन पहले बंगाल में 'एक मुट्ठी चावल' कार्यक्रम की शुरूआत की है। इस अभियान के जरिए बीजेपी 73 लाख किसानों से जुड़ेगी। इस अभियान के तहत बीजेपी कार्यकर्ता राज्य के 48,000 गांवों में किसानों के घरों में जाकर चावल एकत्र करने वाले हैं और उन्हें नए कृषि कानूनों के बारे में बताया जाएगा। तो वहीं तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है।
चुनावों को लेकर लेफ्ट फ्रंट के अध्यक्ष Biman Bose ने आज बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी और टीएमसी को हराने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। Biman Bose ने कहा कि, "पश्चिम बंगाल को धार्मिक ध्रुवीकरण से बचाने के लिए हम भाजपा और टीएमसी के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमारे के बीच कोई गलतफहमी नहीं है। हालांकि सीट बंटवारे पर चर्चा अभी बाकी है।"वहीं कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता अधीरंजन चौधरी ने कहा कि, ममता बनर्जी को कांग्रेस के साथ आना चाहिए। बंगाल में BJP को रोकने के लिए कांग्रेस के सिवाय कोई चारा नहीं है। आप खुद समझ रही हैं, तो कांग्रेस के नेतृत्व में शामिल हो जाएं, क्योकि कांग्रेस ने इस देश में पिछले 100 सालों से धर्मनिरपेक्षता को बचाए और बनाए रखा है।
अधीरंजन चौधरी ने कहा कि, “BJP के खिलाफ लड़ने के लिए ममता बनर्जी की नहीं बल्कि कांग्रेस की अगुवाई में आना आवश्यक है, ममता बनर्जी को टीएमसी छोड़ देना चाहिए और आज ही कांग्रेस से हाथ मिलाना चाहिए। आज हम किसानों के मुद्दे पर राजभवन में अभियान चला रहे हैं। टीएमसी के सभी प्रतिनिधियों को आज कांग्रेस के नेतृत्व में आना चाहिए। ममता बनर्जी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है।” बता दें कि अधीरंजन का ये बयान कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय के बयान के बाद आया था। उन्होंने कहा था कि, अगर वाम मोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ हैं, तो उन्हें भगवा दल की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये Video...